तृतीय अध्याय नीति :3-4
दुष्ट और साँप में अच्छा कौन?
चाणक्य नीति के तृतीय अध्याय के चौथी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि दुष्ट व्यक्ति और सांप में, सांप अच्छा है न कि दुष्ट व्यक्ति। क्योंकि सांप तो कभी कभार मनुष्य को डसता है पर दुष्ट तो हमेशा डसता रहता है।