चतुर्थ अध्याय नीति : 9
जिनका उपयोग नहीं उनका होना बेकार है
चाणक्य नीति के चतुर्थ अघ्याय के नौवीं नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अनुपयोगी वस्तुओं का होना न होने के बराबर है। जो गाय न तो दूध देती है और न ही गर्भधारण करती है। ऐसी गाय का होना न होने के बराबर है। इसी तरह जो पुत्र न तो विद्वान हो न ही भक्त हो, उस पुत्र का होना न होने के बराबर है।