पंचम अध्याय नीति :9
कौन किसी रक्षा करता है
चाणक्य नीति के पंचम अघ्याय के नौवी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि धन से धर्म की, योग से विद्या की, मधुर स्वभाव से राजा की तथा अच्छी स्त्री से घर की रक्षा होती है।
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पंचम अध्याय नीति :9
कौन किसी रक्षा करता है
चाणक्य नीति के पंचम अघ्याय के नौवी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि धन से धर्म की, योग से विद्या की, मधुर स्वभाव से राजा की तथा अच्छी स्त्री से घर की रक्षा होती है।