पंचम अध्याय नीति : 8
गुणों से पहचान होती है
चाणक्य नीति के पंचम अघ्याय के आठवी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति के साथ रहने पर उसके परिश्रम, बोलने के ढंग आदि से उसकी विद्या का तथा उसके आचरण से उनके खानदान का पता चलता है। व्यक्ति के अच्छे गुणों से उनकी श्रेष्ठता का पता चलता है। व्यक्ति के आँखों से क्रोध का पता लग जाता है।