पंचम अध्याय नीति : 2
पुरूष की परख गुणों से होती है
चाणक्य नीति के पंचम अघ्याय के दूसरी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि सोने का परीक्षण, घीसने, काटने, तपाने और पीटने इन चार प्रकारों से होता है। इसी प्रकार पुरूष की परीक्षा त्याग, शील, गुण एवं कर्मों से होती है। कुलीन व्यक्ति त्याग करने वाला सुशील, विद्या एवं गुणोंवाला तथा सदा अच्छे कार्य करने वाला होता है।