षष्ठम अध्याय नीति : 3
इनसे शुद्ध किया जाता है
चाणक्य नीति के षष्ठम अघ्याय के तीसरी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कांसा को राख से साफ किया जाता है। तेजाब से ताम्बा को साफ किया जाता है। मासिक धर्म से स्त्रियां अपने आप शुद्ध हो जाती है और बहते रहने से नदी शुद्ध हो जाती है।