सप्तम अध्याय नीति : 11
स्त्रियों का बल यौवन होता है।
चाणक्य नीति के सप्तम अघ्याय के ग्यारहवीं नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस राजा के बाजुओं में शक्ति होती है वहीं राजा बलवान होता है। ब्रह्म को जानने वाला ब्रह्मण ही बलवान होता है। सुंदरता, जवानी तथा वाणी में मधुरता ही स्त्रियों का सबसे बड़ा बल है।