दशम अध्याय नीति : 2
सोच विचार कर काम करना चाहिए
चाणक्य नीति के दशम अघ्याय के दूसरी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अच्छी तरह देखकर ही धरती पर पांव रखना चाहिए, कपड़े से छना हुआ ही पानी पीना चाहिए, मुंह से कोई गलत बात नहीं निकालनी चाहिए और पवित्र मन जिस काम में गवाही दे वही करना चाहिए।