चतुर्दश अध्याय नीति : 12
ईश्वर सर्वव्यापी है
चाणक्य नीति के चतुर्दश अघ्याय के बारहवी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ब्राह्मणों का देवता आग है। बुद्धिमान लोग अपने हृदय में ही ईश्वर को देखते हैं। कम बुद्धिवाले प्रतिमा यानि मूर्ति को ईश्वर समझते हैं। समदर्शी सभी जगह ईश्वर को देखते हैं।