त्रयोदश अध्याय नीति : 2
बीती बातों को भूला देना चाहिए
चाणक्य नीति के त्रयोदश अघ्याय के दूसरी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि बीती बातों पर दुख करने से कोई लाभ नहीं होता है। भविष्य के विषय में भी नहीं सोचना चाहिए। वर्तमान को ही सुंदर करना चाहिए। इसी से भविष्य भी सुंदर बनता है।