चतुर्दश अध्याय नीति : 20
मानव धर्म
चाणक्य नीति के चतुर्दश अघ्याय के बीसवी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि दुष्टों का साथ छोड़ दो, सज्जनों का साथ करो, रात—दिन अच्छे काम करो तथा सदा ईश्वर को याद करो। यही मानव का धर्म है।
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चतुर्दश अध्याय नीति : 20
मानव धर्म
चाणक्य नीति के चतुर्दश अघ्याय के बीसवी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि दुष्टों का साथ छोड़ दो, सज्जनों का साथ करो, रात—दिन अच्छे काम करो तथा सदा ईश्वर को याद करो। यही मानव का धर्म है।