सप्तदश अध्याय नीति : 6
लाचारी
चाणक्य नीति के सप्तदश अघ्याय के छठी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि शक्तिहीन व्यक्ति साधु बन जाता है, निर्धन ब्रह्मचारी बन जाता है, रोगी भक्त कहलाने लगता है और बूढ़ी स्त्री पतिव्रता बन जाती है। ये सब लाचारी के काम है।