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दो लोगों का स्वभाव एक सा नहीं होता

पंचम अध्याय नीति : 4

दो लोगों का स्वभाव एक सा नहीं होता

चाणक्य नीति के पंचम  अघ्याय के चौथी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस प्रकार बेर और कांटे एक ही वृक्ष में एक साथ उत्पन्न होते हैं परंतु उनका स्वभाव अलग—अलग होता है। इसी प्रकार एक ही माँ से एक ही नक्षत्र में जन्में दो जुड़वा बच्चों का भी स्वभाव एवं आचरण एक समान नहीं होता है।

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