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मौन

एकादश अध्याय नीति : 9

मौन

चाणक्य नीति के एकादश अघ्याय के नौवी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि मौन रहना एक प्रकार की तपस्या है। जो व्यक्ति केवल एक वर्ष तक मौन रहता हुआ भोजन करता है, उसे करोड़ों युगों तक स्वर्ग के सुख मिलते हैं।

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