चतुर्थ अध्याय नीति : 10
सुखदायक वस्तु
चाणक्य नीति के चतुर्थ अघ्याय के दसवीं नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि सांसारिक ताप से जलते हुए लोगों को तीन ही चीजें आराम दे सकती है— आज्ञाकारी संतान, पतिव्रता स्त्री और साधु की संगति। ये तीनों ही मनुष्य को सुख देने वाले साधन है। व्यक्ति के जीवन में इनका बड़ा महत्व है।