दशम अध्याय नीति : 3
विद्या किसे प्राप्त होती है
चाणक्य नीति के दशम अघ्याय के तीसरी नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि विद्या बड़ी मेहनत से प्राप्त होती है। विद्या प्राप्त करना और सुख प्राप्त करना दोनों बातें एक साथ नहीं हो सकती। जो सुख—आराम चाहता है, उसे विद्या को छोड़ना पड़ता है एवं जो विद्या प्राप्त करना चाहता है, उसे आराम को छोड़ना पड़ता है।